कोरोना पॉजिटिव 22 साल की लड़की ने बताया, कैसे सूखी खांंसी से हुई बीमारी की शुरुआत

नई दिल्ली. पूरी दुनिया इस समय Covid-19 नाम के कोरोना वायरस (Noval Coronavirus) के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रही है. पिछले कुछ हफ्तों में साबित हो चुका है कि यह वैश्विक महामारी (Pandemic) बेहद घातक है. फिलहाल इसका केंद्र चीन (China) के वुहान से यूरोप (Europe) में शिफ्ट हो चुका है.


 


अपनी कहानी शेयर करने को लेकर दिमाग में चलता रहा संघर्ष


बेहद तेज गति से फैलने कोरोना वायरस के मामलों में भी लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. इस बीच बढ़ रही चिंताओं के दौरान, कई लोग अब भी बीमारी (Disease) और इसके लक्षणों को लेकर भ्रमित हैं.


 


ऐसी ही लोगों के भ्रम को दूर करने के लिए, एक 22 साल की ट्विटर यूजर बजोंडा हलीती (Bjonda Haliti) ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभवों को साझा किया है. बजोंडा फिलहाल इस जानलेवा वायरस से संक्रमित हैं. उन्होंने संक्षेप में बताया है कि हालांकि उनके दिमाग में लगातार ये जानकारियां साझा करने को लेकर संघर्ष चल रहा था, लेकिन उन्हें लगा कि यह उनकी लोगों के दुख और चिंताएं दूर करने में मदद कर सकता है.


 


संक्रमण के दौरान सबसे खास लक्षण रहा-'आंखों में दर्द'


बजोंडा ने ट्विटर (Twitter) पर शेयर किए एक ट्वीट थ्रेड में बताया कि पहले दिन सूखी खांसी और गले में हल्की खरास के साथ इसकी शुरुआत हुई थी, साथ ही उन्हें बहुत ज्यादा थकान का अहसास हो रहा था. दूसरे दिन, उन्हें सिर भारी लगने लगा, साथ ही ठंड लगने लगी और रात में बुखार हो गया. उन्होंने यह भी बताया कि इसका सबसे खास लक्षण उनकी आंखों में दर्द रहा, इनमें कड़वाहट भी महसूस हो रही थी.


 









Bjonda Haliti@baeonda



 




 

I’m 22 years old and I tested positive for COVID-19.

I’ve been debating on posting, but I want to share my experience especially with those around my age to help bring awareness, and to relieve any stress/anxiety some may have due to the pandemic.







 


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तीसरे दिन, वे दिन भर सोती रहीं क्योंकि उनकी शारीरिक शक्ति बहुत कम हो गई थी और उन्हें तेज बुखार भी था. इस दिन उनके लक्षण थे- "सूखी खांसी, तेज सिरदर्द, बुखार, ठंड लगना और थोड़ा-थोड़ा जी मिचलाना." इसी दिन उन्होंने डॉक्टर से संपर्क करने का फैसला किया, जिसने कहा कि उन्हें फ्लू या स्ट्रेप का संक्रमण नहीं है. डॉक्टर ने उन्हें एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) और 800mg ईबूप्रोफेन लेने की सलाह दी.


 


बजोंडा की सिफारिश, 'अतिरिक्त सुरक्षा बरतें लोग'


जबकि चौथे दिन उनका बुखार खत्म हो गया लेकिन उन्हें अन्य लक्षण दिखने लगा: सांस की कमी. उन्होंने इसके लिए लिखा है, 'मुझे अपने सीने पर ईंट रखी लगती थी'. उन्होंने 10 सेकेंड के टेस्ट को भी करने की कोशिश की, जो कई सारी फेक रिपोर्ट्स (Fake Reports) पर आधारित था लेकिन उन्होंने इसे बिना किसी परेशानी के कर लिया.


 


लेकिन उन्हें बहुत परेशानी हो रही थी और अंतत: उन्होंने कोरोना वायरस का टेस्ट (Coronavirus Test) कराने का निश्चय किया. उन्होंने इस दौरान खुद को अकेला रखा. जबकि वे नतीजों का इंतजार करती रहीं. उन्होंने बाद के दिनों में अपने घर पर अकेले रहने की जानकारियां भी दी हैं. जबकि अब वे ठीक हो रही हैं, उन्होंने यह भी बताया है कि उन्हें कोई दूसरी बीमारी नहीं है, न ही वे धूम्रपान करती हैं.